मुझे लिखने दो
मेरे लिए कवितायें
अब तुम मत लिखो.
मुझे लिखने दो.
मेरे
लिए चाँद सितारे लाने,
अब
तुम मत जाओ,
मुझे
जाने दो.
मेरे
लिए दर्पण,
अब
तुम मत बनाओ,
मुझे
बनाने दो.
अब
मुझसे तुम्हारी प्रतीक्षा
नहीं
होती दोस्त!
अब
मेरे कदम खुद ब खुद
बढ़
उठते हैं. अन्जान पथ पर
तुम्हारी
तरह.
---मंजू
वर्मा
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